बोर्ड परीक्षा के बाद मार्च में हो सकते हैं 5वीं-8वीं के एग्जाम
नमस्कार दोस्तों इस बर्ष कक्षा 5 और 8 के एग्जाम को लेकर असमंजस की स्थिती है मध्यप्रदेश के लाखो विद्यार्थी और माता पिता बोर्ड एग्जाम को लेकर काफी परेशान है क्योकि covid 19 संक्रमण के कारण पिछले 2 सालो से स्कूल नहीं लग पाए जिसके कारण छात्रों की पढाई पर सीधा असर पड़ा है अब ऐसे में यदि बोर्ड एग्जाम होते है तो काफी मुश्किल होगा बोर्ड एग्जाम होंगे या नहीं अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है क्योकि कोई भी ऑफिसियल नोटिस राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा जारी नहीं हुआ परन्तु सूत्रों की माने तो बोर्ड एग्जाम होने की पूरी – पूरी संभावना है की इस बर्ष कक्षा 5 और 8 बोर्ड होगी. बोर्ड एग्जाम को लेकर अलग अलग न्यूज़ पेपर से न्यूज़ प्रकाशित की गई है हम आपको सभी अपडेट बताने वाले है.
शिक्षा राज्यमंत्री इंदर सिंह परमार ने बोर्ड एग्जाम को लेकर क्या कहा जाने – प्रदेश में स्कूल शिक्षा विभाग 13 साल बाद फिर से पांचवीं-आठवीं की बोर्ड परीक्षा शुरू करेगा बोर्ड परीक्षा इसी सत्र 2021-22 से शुरू होगी स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री इंदर सिंह परमार के निर्देश इस बर्ष कक्षा 5 और 8 की बोर्ड परीक्षा कराई जायेगी इसके लिए राज्य शिक्षा केंद्र ने रूपरेखा तैयार कर ली है आपको बता दे की कक्षा 10 और 12 के बोर्ड एग्जाम मार्च में समाप्त होने वाले है इसके बाद कक्षा 5 और 8 की परीक्षा अप्रैल में होने की संभावना है क्यों एक साथ सभी बोर्ड एग्जाम करा पाना संभव नहीं है.
इस सत्र से 13 साल बाद पांचवीं व आठवीं की बोर्ड परीक्षा ली जाएगी – दोस्तों आपको बता दे की 2019 में पांचवीं व आठवीं में बोर्ड की तर्ज पर वार्षिक परीक्षा ली गई थी, लेकिन कोविड के कारण दो पेपर नहीं हो पाए थे तो उस साल बच्चों को जनरल प्रमोशन दे दिया गया था वहीं 2020 में पहली से आठवीं तक की कक्षाओं के विद्यार्थियों के घर-घर वर्कशीट भेजकर वार्षिक मूल्यांकन किया गया था।
क्या है बी प्लान – यदि इस साल भी कोविड के मामले बढ़ते हैं तो राज्य शिक्षा केंद्र ने प्लान बी भी तैयार किया है। अगर कोविड के बढ़ते मामलों के कारण परीक्षा नहीं हुई तो बच्चों के घर-घर वर्कशीट भेजकर होम बेस्ड परीक्षा ली जाएगी। इसमें 40 फीसद प्रोजेक्ट आधारित मूल्यांकन होगा और 60 फीसद सैद्धांतिक परीक्षा ली जएगी।
2007-08 के बाद से नहीं हुई पांचवीं-आठवीं की बोर्ड परीक्षा
दोस्तों आपको बता दे की राइट टू एजूकेशन के अंतर्गत प्रदेश में 5वीं-8वीं के विद्यार्थियों की बोर्ड परीक्षा 2007-08 में बंद कर दी गई थी। इसके तहत किसी भी छात्र को फेल नहीं किया जा सकता था। इससे मूल्यांकन में स्कूलों में सभी विद्यार्थियों को पास किया जाने लगा। इससे कमजोर छात्र भी पास होने लगे। केंद्र की अनुमति मिलने के बाद मप्र शासन ने 2019 में आरटीई में संशोधन किया। अब सरकार एक बार फिर से कक्षा 5 और 8 को बोर्ड करने जा रही जिसकी पूरी तैयारी की जा चुकी यदि covid संक्रमण और लॉक डाउन जैसी स्थिति नहीं बनती है तो इस बर्ष बोर्ड एग्जाम होना निश्चित है. जिसके तहत विधार्थियो को फ़ैल होने पर अगली कक्षा में प्रवेश नहीं दिया जाएगा.
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